उल्हासनगर:
उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार, उल्हासनगर के नागरिकों से अपील की गई है कि वे सभी त्योहारों और समारोहों को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाएँ।
सुरक्षित पर्व मनाने की दिशा में एक कदम आगे। 13 मार्च और 14 मार्च 2025 को होने वाले होली और धुलीबंदन (रंगपंचमी) समारोहों के दौरान नागरिकों से अपील की गई है कि वे निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
पानी का अपव्यय न करें।
ध्वनि प्रदूषण से बचें।
रासायनिक रंगों का उपयोग न करें।
प्लास्टिक के फुगे और पिशवियों का प्रयोग न करें।
अशोभनीय भाषा का प्रयोग न करें।
हम सब मिलकर करेंगे संकल्प
महापालिका प्रशासन ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे यह संकल्प लें कि "हम अपने पारंपरिक त्योहारों को मनाते समय प्रकृति और जीव-जंतु की हानि नहीं होने देंगे।"
इस अपील के तहत नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे महापालिका प्रशासन को सहयोग दें और पर्यावरण के प्रति जागरूक रहें।
आइए मिलकर एक स्वच्छ और हरित उल्हासनगर का निर्माण करें।
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