उल्हासनगर :
उल्हासनगर शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए उल्हासनगर महानगरपालिका लगातार प्रयासरत है। प्रशासक और आयुक्त श्री विकास ढाकणे के मार्गदर्शन में पैनल क्रमांक 10 में शून्य कचरा अभियान 1 जनवरी 2025 से शुरू किया जाएगा। इस संदर्भ में, 30 दिसंबर 2024 को वेदांत कॉलेज, उल्हासनगर 2 में एक सभा का आयोजन किया गया।
इस सभा का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को ओला और सुका कचरा वर्गीकरण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देना और उन्हें कचरा को अलग-अलग करने के लिए प्रेरित करना था। सभा में उल्हासनगर महानगरपालिका के सहायक सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी श्री मनिष हिवरे, मुख्य स्वच्छता निरीक्षक श्री एकनाथ पवार, सभी स्वच्छता निरीक्षक, सफाई कर्मचारी, और अखिल भारतीय स्थानीय स्वराज्य संस्थान के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
इस सभा में पूर्व नगरसेवक श्री चौधरी और नगरसेविका श्रीमती शुभांगी मनोहर बेहनवाल ने भी भाग लिया। प्रभाग क्रमांक 10 के निवासी, व्यापारी, सेवाभावी संस्थाएं और वेदांत महाविद्यालय के एनएसएस छात्र भी उत्साह से उपस्थित हुए।
सभा में बताया गया कि ओले कचरे में भाज्यां, फलों के छिलके, खराब फल, बचा हुआ खाना, अंडों के छिलके, नारियल, हड्डियाँ आदि शामिल होते हैं। सूखा कचरा पुनः उपयोग किया जा सकता है, जिसमें प्लास्टिक, धातु, कांच, और कागज शामिल हैं। सही कचरा प्रबंधन के उपायों और कचरा वर्गीकरण के महत्व पर नागरिकों को जागरूक किया गया।
इस उपक्रम से नागरिकों को कचरे के उचित प्रबंधन के तरीके के बारे में जानकारी मिली और कचरा वर्गीकरण के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ी। नागरिकों ने इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
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