२२ सितंबर को विश्व नदी दिवस के अवसर पर उल्हासनगर महानगरपालिका ने शहर के नागरिकों और विद्यालय के छात्रों में प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु एक कार्यक्रम का दिनांक २३.०९.२४ को आयोजन किया।
महानगरपालिका के आयुक्त श्री विकास ढाकणे और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में, पर्यावरण विभाग की प्रमुख सौ. विशाखा सावंत के नेतृत्व में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में उल्हास नदी के किनारे की समस्याओं पर चर्चा की गई और नदी के संरक्षण के लिए विभिन्न उपायों पर विचार किया गया।
उल्हास नदी के किनारे 'नदी की पाठशाला' और 'स्वच्छता अभियान' का आयोजन किया गया। दुनिचंद कलानी महाविद्यालय और सेंचुरी रेयॉन स्कूल के छात्रों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। डॉ. स्नेहल दोंदे ने छात्रों को जल स्रोतों के संरक्षण के महत्व के बारे में जानकारी दी।
सेंचुरी रेयॉन स्कूल के छात्रों ने प्लास्टिक बैग से होने वाले जल प्रदूषण को रोकने के लिए एक नाटक प्रस्तुत किया। इस दौरान जल और स्वच्छता की शपथ भी ली गई।
उपक्रम के तहत सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के सफाई निरीक्षकों और कर्मचारियों ने नदी किनारे की सफाई की, जबकि उद्यान विभाग ने वृक्षारोपण किया।
महानगरपालिका के पर्यावरण विभाग, सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग और उद्यान विभाग के अलावा, सभी सहायक आयुक्त, प्रभाग अधिकारी, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल, पाटबंधारे विभाग और वन विभाग के अधिकारी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम के माध्यम से उल्हासनगर महानगरपालिका ने जल स्रोतों के संरक्षण के प्रति नागरिकों में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया है, ताकि नदियों और अन्य जल स्रोतों को प्रदूषण से मुक्त रखा जा सके।
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