उल्हासनगर:
उल्हासनगर में लाख प्रयास के बावजूद भी अतिक्रमण को हटाया नहीं जा सका है। शहर की अधिकांश सड़कों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। ऐसा नहीं है कि इस बात की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं है। वह भी आम लोगों के साथ जाम में फंस कर परेशान होते हैं पर अतिक्रमण हटाने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं होता है। कभी कभार औपचारिकता पूरी करने के लिए अतिक्रमण हटाया जाता है तो दूसरे दिन से फिर अतिक्रमण शुरू हो जाता है। अतिक्रमण की वजह से शहर बदसूरत दिखती है, चौड़ी सड़कें भी सिकुड़ गई है। इसकी वजह से हमेशा ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न होती है। ट्रैफिक पुलिस को भी जाम हटाने में पसीने छूट जाते हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिर वह कौन सी मजबूरी है कि शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने में प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस प्रशासन फेल हो रही है।
जाम में फंस कर परेशान होते हैं नागरिक
ट्रैफिक जाम का खामियाजा शहर की बड़ी आबादी के साथ आस-पड़ोस के शहरों से आने वाले लोगों को प्रतिदिन उठानी पर रही है। वाहन चालक की हालत यह है कि 5 मिनट का सफर पूरा करने में उन्हें आधे घंटे से अधिक समय लगता है। शहरवासियों का कहना है कि कल्याण-बदलापुर रोड का चौड़ीकरण किया गया और इसके लिए करीब 900 ढांचों को नेस्ताबूद किया गया और वह सड़क शहर की सबसे चौड़ी सड़क है लेकिन कई जगहों पर अतिक्रमण होने से वह सड़क भी सिकुड़ने लगी है। ऐसा ही हाल शहर की अन्य सड़कों का है। जिसके चलते लोगों को हर रोज ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
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