उल्हासनगर :
उल्हासनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तान से आए 54 हिंदुओं को भारतीय नागरिकत्व प्रदान किया गया। इन लोगों ने पाकिस्तान में धार्मिक भेदभाव और उत्पीड़न के कारण भारत आने का फैसला किया था।
पाकिस्तान में रहते हुए, इन लोगों ने धार्मिक भेदभाव और उत्पीड़न का सामना किया। उन्हें व्यवसाय करने में परेशानी होती थी और यहां तक कि क्रिकेट मैचों के दौरान भी उन्हें ताने मिलते थे।
इन लोगों ने कहा कि अब वे भारत में सुरक्षित महसूस करते हैं और उनका धर्म भारत माता की गोद में सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि वे अपने नए जीवन के लिए आभारी हैं और भारत के लिए अपना योगदान देने के लिए तैयार हैं।
कार्यक्रम में राष्ट्र स्वयम सेवक संग के सहदानंद मदुकर सप्रे ने कहा कि हमें महत्वकांक्षी रहना चाहिए और उम्मीद है कि एक दिन पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदुओं के घर फिर से होंगे।
विभाजन विभाशिक स्मृति दिवस सिंधु भवन में किया गया। इस अवसर पर महाराष्ट्रा सिंधी साहीत्य अकादमी के अध्यक्ष महेश सुखरामणि, महानगर पालिका आयुक्त अजीज शेख , अतिरिक्त आयुक्त किशोर गवस, लाल पंजाबी, राजेश वधरिया, राजु जग्यसी, विनोद तलरेजा आधी गणमान्य उपस्थित थे।
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