उल्हासनगर:
उल्हासनगर में अधिकांश क्षेत्र ऐसे हैं जहां बड़ा-बड़ा नाला खुला हुआ है और इसके आस-पास बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। बरसात के समय नालों के ऊपर से पानी बहता है जिससे नाले दिखते ही नहीं हैं। अगर कभी वहां बड़ा हादसा हुआ तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? ऐसा सवाल जागरूक लोगों द्वारा उठाया जा रहा है। लोगों का कहना है कि शहर के अधिकांश इलाकों में बड़े-बड़े नालों के बगल में लोगों की झुग्गी झोपड़ियां हैं और वहां लोग रहते हैं। बरसात के समय नाले ओवरफ्लो हो जाते हैं जिससे नालों के ऊपर से पानी बहता है। ऐसा ही एक बड़ा नाला है विट्ठलवाडी क्षेत्र में प्रवीण इंटरनेशनल होटल वाली लाइन में शांति नगर एरिया। बारिश में हर बार इस परिसर में बाढ़ आती है जिससे नाला के ऊपर से पानी बहता है। अब सवाल ये उठता है कि तेज बहाव के चलते कोई बड़ा हादसा हो गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ? क्योंकि मुंबई में ऐसे कई हादसे सामने आ चुके हैं। इसलिए जागरूक लोगों की ये मांग है कि उल्हासनगर मनपा प्रशासन को ऐसे नालों को लेकर गंभीरता से ऐसी उपाय योजना करने की जरूरत है ताकि किसी बड़े हादसे को टाला जा सके।
Post a Comment