कोरोना के लहर में जान गवाए लोगों को दी गयी श्रद्धांजलि।
"काव्यांजलि-श्रद्धांजलि" कार्यक्रम का आयोजन रेडियो मेरी आवाज के माध्यम से किया गया, जो कि एक ग्लोबल कार्यक्रम था, जिसमें देश विदेश की तमाम नामचीन हस्तियों ने प्रतिभाग किया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन सभी दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि देना था जो इस कोरोना काल मे आज हमारे बीच में नहीं है और असमय ही कोरोना महामारी में काल का ग्रास बन गये।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हास्य कवि पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा जी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी कवियों को ऐसे समय में एकजुट रहने का संदेश दिया और लोगों के सहायतार्थ मिलकर काम करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अन्य विशिष्ट अतिथि श्रीमती अनामिका जैन अंबर और श्री सौरभ जैन सुमन जी ने अपनी कविताओं से कार्यक्रम में ऊर्जा का संचरण किया और उनकी कविता 'एक और सुभाष चाहिए' ने सभी में देशभक्ति और जोश के जज्बे भर दिया।
मुख्य अतिथि श्री प्रबुद्ध सौरव जी एवं श्रीमती अंतरा श्रीवास्तव जी ने अपने मुक्तक एवं कविताओं के जरिए विपदा की ऐसी स्थिति में हार ना मानने की प्रेरणा दी।
इस वैश्विक कार्यक्रम में भारत से श्री अमित जैन मौलिक जी, श्री यशपाल यश जी, श्रीमती तृप्ति मिश्रा जी, डॉ नीरेन जी, नेपाल से श्री दीपक सिसोदिया जी, केन्या से श्रीमती मनीषा कंठालिया जी एवं श्रीमती सारिका फ्लोर जी, अमेरिका से डॉ श्वेता सिंहा जी,अर्चना पंडा जी, कनाडा से शिखा पोरवाल जी, जर्मनी से नंद सारस्वत स्वदेशी जी, कतर से श्री समीर मूसा जी,डॉक्टर मीनू मानसी जी, मॉरीशस से श्रीमती सुनीता पाहुजा जी, दुबई से श्री नितिन उपाध्याय जी एवं श्रीमती ललिता मिश्रा जी, बहरीन से श्रीमती अनुपम किंगर जी ने काव्य पाठ कर अपने श्रद्धा सुमन दिवंगत आत्माओं को समर्पित किए और कार्यक्रम के अंत में सभी ने मिलकर शांति पाठ कर विश्व में अमन-चैन सुख शांति और स्वास्थ्य के लिए दुआएं की।
"काव्यांजलि-श्रद्धांजलि"
कार्यक्रम की अध्यक्षता ओमान से श्री तुफैल अहमद जी ने की और संचालन रेडियो मेरी आवाज संरक्षिका श्रीमती स्मृति चौधरी एवं ग्लोबल कोऑर्डिनेटर श्रीमती मीनल शाह देवरा जी ने किया।