लगातार हो रही बरसात से डैम हुए लबालब।


आनंद कुमार शर्मा

मुम्बई, ठाणे सहित कई जगहों पर पिछले २ दिनों से हो रही लगातार बारिश से मुम्बई और ठाणे जिल्हा के सभी डैम लबालब भर गए है। मानसून की सुरुवात भले ही देर से हुई हो लेकिन अगले एक साल तक शहरों को लगने वाला पानी सभी बांधो जमा हो गया है।

गत वर्ष २०१९ में इस समय तक ९५% पानी सभी बांधो में जमा हुआ था जोकि इस वर्ष २०२० अभी तक ९६.५१% हो गया है। पिछले वर्ष के मुक़ाबले इस वर्ष २९ अगस्त २०२० तक विभिन्न बांधो में जमा हुआ पानी इस प्रकार है --
भातसा बांध में ९७%,
(६९५९१३ दसलाख लीटर)
ऊपरी वैतरणा बांध में ९१%
(२०७७६० दसलाख लीटर)
मध्य वैतरणा बांध में ९५%
(१८४५३५ दसलाख लीटर)
मोडकसागर बांध में १००%
(१२८९२५ दसलाख लीटर)
तानसा बांध में ९९%
(१४४००५ दसलाख लीटर)
तुलसी बांध १००%
(८०४६ दसलाख लीटर)
विहार बांध १००%
(२७६९८ दसलाख लीटर)
बारवी बांध में १००%
(२३३६०० दसलाख लीटर)

ठाणे शहर, कल्याण, डोम्बिवली, अंबरनाथ, बदलापुर, उल्हासनगर, मीरा भायंदर, भिवंडी औऱ नवी मुंबई को जलापूर्ति करने वाला बारवी बांध के गेट ७२.६० मीटर तक पानी भरते ही ऑटोमैटिक यानी स्वयं चलित दरवाजों से पानी ओवरफ्लो यानी विसर्ग होना शुरू हो जाता है, ऐसा होते ही निचले इलाकों में पानी जमा हो जाता है। इसलिए २८ अगस्त २०२० को बारवी डैम के उप अभियंता ने प्रशाशन को स्वयं चलित बांध से पानी विसर्ग होने की परिस्थितियों में सतर्क रहने को कहा गया है।
इसके साथ ही ठाणे जिल्हाधकारी और जिल्हादंडाधकारी कार्यालय ने बारवी बांध परिसर के समीप के अंबरनाथ तालुका के आसनोली, राहटोली, चोण सागांव, पाटील पाड़ा, चचांदप, पादीर पाड़ा, पिंपलोली, कारंद, चादप पाड़ा और नदी किनारे बसे हुए अन्य गांव के सरपचों, तलाठी और ग्रामसेवकों को नदी किनारे गांववासियों को सतर्क रहते हुए दूसरी जगहों पर स्थानांतरित करने को कहा गया है।
इसके साथ ही उल्हासनगर महानगर पालिका क्षेत्र, कल्याण डोम्बिवली महानगर पालिका क्षेत्र औऱ अन्य जगहों पर जहाँ बाढ़ जैसे हालात होने की आशंका हो उस जगहों के लोगों और प्रशासन को भी सतर्क रहने का आदेश दिया गया है।



Post a Comment

[facebook][blogger]

MKRdezign

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget