(आनंद कुमार शर्मा)
करीब २० लाख करोड़ के
विशेष आर्थिक पैकेज का एलान।
यह आर्थिक पैकेज देश की विकास को गति देगा, देश की GDP के 10% के बराबर का पैकेज।
पैकेज से कुटीर, गृह, लघु और मझौले उद्योगों के साथ देश के श्रमिकों और किसानों को भी होगा फायदा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस आर्थिक पैकेज की पूरी जानकारी देंगे।
कोरोना वैश्विक महामारी, एक ऐसा वायरस जो पूरी दुनिया को तहस नहस कर दिया, दुनिया जिंदगी बचाने में जुटी है और हमें बचना भी और आगे बढ़ना भी है।
सदियों से सुनते आ रहें है कि २१वी सदी भारत की होगी और ये हम सबकी जिम्मेदारी है।
भारत एक अहम मोड़ पर खड़ा है जहाँ ये आपदा हमारे लिए एक अवसर लेकर आई है और भारत ने इस आपदा को अवसर में बदल दिया।
पूरे दुनिया में आत्मनिर्भरता की परिभाषा बदल रही है, भारत के कार्यों का असर विश्व कल्याण पर पड़ता है।
सप्लाई चेन को आधुनिक बनाएंगे, घरेलू डिमांड बढ़ाने पर फोकस होगा जिससे भारत को आत्मनिर्भर बनाना है।
५ पिलर्स जैसे - इकोनॉमी, इंफ्रा, टेक्नोलॉजी आधारित सिस्टम, डेमोग्राफी और भारत की घरेलू डिमांड का पूरी क्षमता से इस्तेमाल की जरूरत है।
कृषि क्षेत्र में रिफॉर्म लाया जाएगा, रिफॉर्म से निवेश को आकर्षित करेंगे, रिफॉर्म से उद्योगों को मजबूत करेंगे, ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत की भागीदारी बढ़ाने पर फोकस होगा।
रेहड़ी / ठेला / टपरी के कारोबारी और श्रमिकों के लिए आर्थिक कदम उठाएंगे, हर तबके के लिए आर्थिक पैकेज में अहम फैसले होंगे।
लोकल जरूरत नहीं हमारी जिम्मेदारी है, "लोकल" उत्पादों का खरीद और प्रचार करना है और "लोकल" के लिए "वोकल" बनना है।
लॉकडाउन का चौथा चरण आएगा, लॉकडाउन-४.० नए रंग, नए रूप में होगा जिसकी जानकारी १८ मई, से पहले दे दी जाएगी और इसमें राज्यों की अहम भागदारी होगी ।
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