उल्हासनगर (आनंद कुमार शर्मा)
मुम्बई में काम करने वाले और यहां के महानगरपालिका क्षेत्र में रहने वालों को ८ मई से शहर में प्रवेश पर रोक लगाने के आदेश दिए जाने के २४ घंटों के भीतर ही यह फैसला वापस लिया गया और जब तक उन सबकी रहने और खाने की उचित व्यस्वस्था ना हो जाये तब तक के लिए सीमाबन्दी का निर्माण स्थगित किया गया है।
मुम्बई के सरकारी और निजी अस्पतालों में काम करने वाले, वहाँ के महानगरपालिकाओं में काम करने वाले, बैंको में काम करने वाले और कुछ अन्य संस्थानों में काम करने वाले तथा अतिआवश्यक सेवाओं में कार्यरत लोग जो रोजाना कल्याण, उल्हासनगर, अम्बरनाथ और बदलापुर से आना जाना करते है उनकी संख्या कई हजारों में है।
ज्यादातर ये देखा गया की यहाँ के महानगरों में कोरोना संक्रमण फैलने का मुख्य कारण लगभग मुम्बई से रोजाना आने जाने वाले कर्मचारियों द्वारा हो रहा है। इसी कारण मंगलवार को कल्याण-डोंबीवली और उल्हासनगर महानगरपालिका के आयुक्त ने ८ मई से सीमाबन्दी करने का निर्णय लिया था। इस निर्णय के मद्देनजर बोहोत सारे सवालों का निवारण तुरंत नही होता देख, दोनों महानगरों ने अगले आदेश तक इस पाबंदी को रोक दिया है। साथ ही ये भी स्पष्ट कर दिया कि जितने भी लोगो काम करने जाते है उन्हें अपना पूरा ब्यौरा तय फॉरमेट में महानगरपालिका को देना होगा जिससे शीघ्र अति शीघ्र सबका रहने खाने का इंतज़ाम वहीं कियाजा सके औऱ उसके बाद पूरी तरह सीमाबन्दी की जा सके।
बोहोत सारे कर्मचारियों का यह कहना था कि अगर उनको उचित व्यवस्था हो जाती है तो उनका भी रोजाना आने जाने का समय और झंझट बचेगा।
मुम्बई में काम करने वाले और यहां के महानगरपालिका क्षेत्र में रहने वालों को ८ मई से शहर में प्रवेश पर रोक लगाने के आदेश दिए जाने के २४ घंटों के भीतर ही यह फैसला वापस लिया गया और जब तक उन सबकी रहने और खाने की उचित व्यस्वस्था ना हो जाये तब तक के लिए सीमाबन्दी का निर्माण स्थगित किया गया है।
मुम्बई के सरकारी और निजी अस्पतालों में काम करने वाले, वहाँ के महानगरपालिकाओं में काम करने वाले, बैंको में काम करने वाले और कुछ अन्य संस्थानों में काम करने वाले तथा अतिआवश्यक सेवाओं में कार्यरत लोग जो रोजाना कल्याण, उल्हासनगर, अम्बरनाथ और बदलापुर से आना जाना करते है उनकी संख्या कई हजारों में है।
ज्यादातर ये देखा गया की यहाँ के महानगरों में कोरोना संक्रमण फैलने का मुख्य कारण लगभग मुम्बई से रोजाना आने जाने वाले कर्मचारियों द्वारा हो रहा है। इसी कारण मंगलवार को कल्याण-डोंबीवली और उल्हासनगर महानगरपालिका के आयुक्त ने ८ मई से सीमाबन्दी करने का निर्णय लिया था। इस निर्णय के मद्देनजर बोहोत सारे सवालों का निवारण तुरंत नही होता देख, दोनों महानगरों ने अगले आदेश तक इस पाबंदी को रोक दिया है। साथ ही ये भी स्पष्ट कर दिया कि जितने भी लोगो काम करने जाते है उन्हें अपना पूरा ब्यौरा तय फॉरमेट में महानगरपालिका को देना होगा जिससे शीघ्र अति शीघ्र सबका रहने खाने का इंतज़ाम वहीं कियाजा सके औऱ उसके बाद पूरी तरह सीमाबन्दी की जा सके।
बोहोत सारे कर्मचारियों का यह कहना था कि अगर उनको उचित व्यवस्था हो जाती है तो उनका भी रोजाना आने जाने का समय और झंझट बचेगा।
Post a Comment