उल्हासनगर (आनंद कुमार शर्मा)
रविवार २४ मई २०२० को रोजेदारों ने रमजान उल मुबारक महीने का ३०वां रोजा मुकम्मल किया, इसके साथ ही शाम को ईद का चांद नजर आ गया जिसके चलते सोमवार २५ मई २०२० को पूरे देश में ईद उल फित्र मनायी जाएगी।
उल्हासनगर शहर में रविवार को ईद की तैयारी बाजारों में नजर आयी। लोगों ने लॉकडाउन में ईद के लिए जरूरी सामानों की खरीदारी की।साथ ही उल्हासनगर मुस्लिम कब्रस्तान ट्रस्ट की तरफ से मुस्लिम भाइयों को ईद की नमाज़ अपने घरों में रहकर अदा करने की अपील की गई।
ट्रस्ट की तरफ से अब्दुल गफ्फार शेख, साबिर शेख(इदरीसी) और डॉ सहाबुद्दीन ट्रस्ट के सभी जिम्मेदार सदस्यों की तरफ से सभी को ईद की मुबारकबाद दी गई साथ ही सभी से प्राथना और अपील की गई कि लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए अपने घर से ईद मनाए, ईद की नमाज मस्जिदों में नहीं होगी, किसी भी अफवाह पे ध्यान ना दे, भीड़ नहीं होने दे, अपने जज्बातों पे काबू रखें, समझदारी से काम ले, अपने ओर अपनें बच्चों का ख्याल रखे। आगे सबकों मिलकर दुआ करने और भारत देश मे सबको सुरक्षित रखने तथा कोरोना महामारी खत्म हो ऐसी दुआ करने को कहा है।
आइए सुनते है क्या है कहना डॉ सहाबुद्दीन ट्रस्ट के सदस्यों, अब्दुल गफ्फार शेख और साबिर भाई शेख (इदरीसी) का।
रविवार २४ मई २०२० को रोजेदारों ने रमजान उल मुबारक महीने का ३०वां रोजा मुकम्मल किया, इसके साथ ही शाम को ईद का चांद नजर आ गया जिसके चलते सोमवार २५ मई २०२० को पूरे देश में ईद उल फित्र मनायी जाएगी।
उल्हासनगर शहर में रविवार को ईद की तैयारी बाजारों में नजर आयी। लोगों ने लॉकडाउन में ईद के लिए जरूरी सामानों की खरीदारी की।साथ ही उल्हासनगर मुस्लिम कब्रस्तान ट्रस्ट की तरफ से मुस्लिम भाइयों को ईद की नमाज़ अपने घरों में रहकर अदा करने की अपील की गई।
ट्रस्ट की तरफ से अब्दुल गफ्फार शेख, साबिर शेख(इदरीसी) और डॉ सहाबुद्दीन ट्रस्ट के सभी जिम्मेदार सदस्यों की तरफ से सभी को ईद की मुबारकबाद दी गई साथ ही सभी से प्राथना और अपील की गई कि लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए अपने घर से ईद मनाए, ईद की नमाज मस्जिदों में नहीं होगी, किसी भी अफवाह पे ध्यान ना दे, भीड़ नहीं होने दे, अपने जज्बातों पे काबू रखें, समझदारी से काम ले, अपने ओर अपनें बच्चों का ख्याल रखे। आगे सबकों मिलकर दुआ करने और भारत देश मे सबको सुरक्षित रखने तथा कोरोना महामारी खत्म हो ऐसी दुआ करने को कहा है।
आइए सुनते है क्या है कहना डॉ सहाबुद्दीन ट्रस्ट के सदस्यों, अब्दुल गफ्फार शेख और साबिर भाई शेख (इदरीसी) का।
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