उल्हासनगर (आनंद कुमार शर्मा)
भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश में विभिन्न जगहों पर महाराष्ट्र बचाओ आंदोलन के तहत महाराष्ट्र सरकार पर नॉवल कोरोना वैश्विक महामारी से निपटने में नाकाम और विफल रहने का आरोप लगाते हुए देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी सरकार पर निशाना साधते हुए कई सवाल खड़े कर दिये।
महाराष्ट्र बचाओ आंदोलन में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार विरुद्ध, विभिन्न आलोचना वाले बैनर और पोस्टर लेकर और हाथ मे काली पट्टी बांधकर शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी के गठबंधन को धिक्कार दिया।महाराष्ट्र की कुल जनसंख्या हिंदुस्तान की ९% आबादी है लेकिन सरकार की नाकामी के कारन कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या का ३५% हो गया है जबकी कोरोना से मारने वालों का अकड़ा पूरे देश के मुकाबले ४०% हो गया है।
इसी श्रृंखला के अंतर्गत उल्हासनगर शहर बीजपी पार्टी द्वारा कुल २०० जगहों पर महाराष्ट्र बचाओ आंदोलन सोशल डिस्टनसिंग के नियम का पालन करते हुए किया गया, जिसमें उल्हासनगर शहर बीजपी जिल्हा अध्यक्ष जमनु पुरुस्वानी, बीजपी आमदार कुमार अयलानी और बीजपी के नगरसेवक, महिला मोर्चा, पार्टी पदाधिकारियों, विभिन्न अघाड़ी प्रमुख और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
उल्हासनगर शहर के नगरसेवक मनोज लास्सी ने बताया कि करोड़ों महाराष्ट्र वासियों की दबी आवाज को इस शांतिपूर्ण आंदोलन के माध्यम से, गूंगी बहरी सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की है।
महाराष्ट्र राज्य बीजपी ने उद्धव ठाकरे सरकार से ५० लाख करोड़ का पैकेज की घोषणा करने, कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज, पुलिस विभाग,सफाई कर्मचारी, आरोग्य विभाग को विशेष पैकेज दिए जाने की मांग की है।
उल्हासनगर बीजेपी उत्तर भारतीय मोर्चा अध्यक्ष फूलचंद यादव व उनके साथियों में सरकार के खिलाफ परप्रांतियों और श्रमिकों की खस्ता हालत के लिए जवाबदार तिकीड़ी सरकार के विरुद्ध जबरदस्त आक्रोश दिखई दिया।
दूसरी तरफ शिवसेना मंत्री सुभाष देसाई ने बीजेपी पर कोरोना महामारी को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र में सरकार विरुद्ध विरोध प्रदर्शन पर शिवसेना के मंत्री ने कहा कि पहले बीजेपी शासित गुजरात राज्य में अप्रवासीय मजदूरों और श्रमिकों का विरोध प्रदर्शन रोके, सूरत और अहमदाबाद में उनके ऊपर हो रहें अन्याय को रोकें, पिछले दो महीनों से वेतन ना मिलने पर जो मजदूरों की हालत है उनकी सुध लर फिर हम पर उंगलियां उठाएं।
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