श्री राजपाल पुरी अखंड भारत के सिंध प्रांत के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रभारी थे उन्होंने तेजवानी जी के साथ सनातन धर्म और संस्कृति का प्रचार प्रसार करते थे अखंड भारत के विभाजन के बाद मुम्बई गुजरात और राजस्थान में स्वयंसेवको का मार्गदर्शन करते रहे श्री तेजवानी जी द्वारा लिखित और श्री रोहित पुरी द्वारा प्रकाशित पुस्तक का विमोचन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत जी ने किया उन्होंने कहा राजपाल पुरी जी देश मे बहुत बड़ा योगदान दिया अपने हृदय में देश भक्ति की भावना रखने वाले, युवाओं के लिए शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत काम किया, समाजसेवा से जमीन से जुड़े मधुरभाषी शिक्षा के लिये कई कार्य करते हुए उन्होंने अपना जीवन व्यतीत किया 72 प्रचारक दिये राजपाल पुरी जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को , श्री एल. के आडवाणी ने उनके बारे में कहा कि मेरे तीन गुरू हैं मेरे माता-पिता और राजपाल पुरी , पूर्व केंद्रीय मंत्री राम नाईक ने कहा राजपाल पुरी जी मे देश हित व समाजसेवा का जज़्बा था मेरे शुरुआती दौर में उन्होंने बहुत सहायता की योवाओ के लिये शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत काम किया हैं
प्रसिद्ध समाजसेवी और पूर्व नगरसेवक जय कल्याणी द्वारा राजपाल पुरी की जीवनी पर लिखी किताब " राष्ट्रय नमः" स्वीकार करते हुए उल्हासनगर व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश तेजवानी का मानना हैं श्री राजपाल पुरी जी कि जीवनी पर लिखी क़िताब से हम और आनेवाली पीढ़ी बहुत कुछ सीख सकते हैं औऱ समाज को इस क़िताब के माध्यम से एक कर सकते हैं समाज के लिये उन्हें भारत सरकार की तरफ़ से समाज रत्न घोषित करना चाहिये और उन्हें पदम भूषण या पदम विभूषण से सम्मानित करना चाहिए , श्री राजपाल पुरी जी देश के लिये बहुत बड़े आदर्श हैं
Post a Comment