उल्हासनगर : (आनंद कुमार शर्मा)
22 साल के युवक भरत लष्कर को आज से दो महीने पहले ४ नवंबर २०१९ को उल्हासनगर स्तिथ कुर्ला कैम्प परिसर में मुखबधिर स्कूल मैदान पानी की टंकी के पास रिवॉल्वर से सर में गोली मारकर और धारदार हथियार से गला रेतकर निर्मम हत्या की थी। उस समय विट्ठलवाड़ी पुलिस ने चार लोंगो के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया था और अभिजीत बोडके, कृष्णा कुंभार, उदय भटकर को गिरफ्तार किया था लेकिन हत्या का मुख्य शातिर अपराधी सलीम उर्फ आफताब उर्फ खालिद शेख पुलिस के हाथों से फरार हो गया। बताया गया ही कि सलीम की बहन ने उसके विरुद्ध जाकर भरत से शादी की थी जो उसे नागवार था और उसी का बदला लेते हुए अपने जीजा भारत का रात को धोखे से मैदान मे बुलाकर हत्या कर फरार हो गया था।
पुलिस के अनुसार अपराधी इतना शातिर था कि लोकेशन ट्रेस न हो इसलिए मोबाइल इस्तेमाल नही करता था लेकिन सोशल मीडिया फेसबुक से जुड़ा होने के करान उसका ठिकाना पता चल जाता था, लेकिन पुलिस उसको पकड़े उससे पहले ही वो अपना जगह बदल लेता था।
पुरानी कहावत है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो कभी न कभी पुलिस के हत्थे चढ़ता ही है इसका ताजा उदहारण उल्हासनगर का सलीम है जिसे पुणे से पुलिस उपनिरीक्षक राजपूत साथ मे राहुल काले, जितेंद्र, हारेश्वर चौहान की टीम औऱ अन्य पुलिसकर्मियों की मदद से गिरफ्तार किया गया ।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश भामे ने बताया कि पुणे से पहले अपराधी की धरपकड़ के लिए टीम मुम्बई से लेकर देश के विभिन्न शहरों जैसे गुजरात, अजमेर, हैदराबाद, आजमगढ़, दिल्ली, कलकत्ता, नेपाल आदि जहाँ जहाँ अपराधी का सुराग होने की खबर मिली वहाँ सब जगह टीम ने उसे पकड़ने का पूरा प्रयास किया और अंत मे सफलता हासिल हुई।
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