उल्हासनगर : (आनंद कुमार शर्मा)
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बड़े हर्ष उल्हास और जोर शोर से मनाई गई लाल लोई का त्योहार। शहर के सिन्धी समुदाय के लोगों में मकर संक्रांति के एक दिन पूर्व यानी 13 जनवरी को हर साल लाल लोई का त्योहार मनाया जाता है, इस दिन शाम से लोग आपने आपने इलाकों में लोहाड़ी दहन की रस्म निभाते है, साथ ही अनेक झाकियां का भी आयोजन करते है। इसी तरह साल 2020 की सुरुवात से लोगों और कई संस्थाओं ने तयारी सुरु कर दी थी। उल्हासनगर कैम्प 2 स्तिथ सोनार गल्ली की लाल लोई पूरे शहर में प्रसिद्ध है। यहाँ पूरी रात लाखों लोग अपने परिवार के साथ विभिन्न झांकी के दर्शन करने आते है। विभिन्न प्रकार कर व्यंजनों का प्रसाद सब में बाँटा जाता है। समाज को संदेश देने वाली आकर्षक झांकी, भगवान की मूर्तियां, आज का युग, राधे कृष्ण की मोहक रूप, माता वैष्णो देवी दर्शन, माँ और बच्चों का रिश्ता और सेल्फी पॉइंट को लोगों ने खूब सराहना की।
सब ने एक दूसरे को लाल लोई की लख लख बधाइयाँ दी और अपने ईष्ट देव झूलेलाल को याद कर "आयो लाल सब ही चओ झुलेलाल" का नारा लगाया।
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