उल्हासनगर - वैसे तो जब जब चुनाव आते हैं तब तब नेताओं के आरोप प्रत्यारोप, नोंक झोंक, जुबानी हमले और भाषणबाजी शुरू हो जाती है लेकिन इस बार विधान सभा चुनाव के पूर्व ही उल्हासनगर शहर राजनितिक कुरुक्षेत्र का मैदान बन गया है जिसमे दो धुरंधर नेता एक दूसरे के खिलाफ कमान लेकर खड़े हो गए हैं|
शहर में भाजपा का वर्चस्व है और यह पार्टी अपना जनाधार बढ़ने के लिए कई गणमान्य लोगों को शामिल करती जा रही है जिसमें कुछ ऐसे लोग भी हैं जो विवादस्पद रहे हैं| हाल ही में टाउन हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा के नए पदाधिकारी बने राम वाधवा ने पार्टी की बातें न बोलकर पूर्व विधायक पप्पू कालानी पर निशाना साध लिया| उसने कहा कि इंटरनेट पर विकिपीडिया में पप्पू कालानी का नाम लिखेंगे तो उसके नाम के आगे आतंकवादी शब्द आएगा| वाधवा की इसी बात पर हंगामा बरपा हो गया| टीओके प्रमुख ओमी कालानी तैश में आ गए| उनके कार्यकर्ताओं ने वाधवा को छोड़ भाजपा जिलाध्यक्ष कुमार आयलानी को निशाना बनाया| उसके आवास के बाहर नारेबाजी की| तब से लेकर पप्पू कालानी के बेटे ओमी और आयलानी के बीच वाक्युद्ध शुरू हो गया है|
आयलानी का कहना है कि वाधवा ने माफ़ी मांग ली है तो बात समाप्त हो गयी| उनका कहना है कि ओमी कालानी की टीम को भाजपा में लेने में उनका विरोध था और अब भी है| वहीँ ओमी का कहना है कि आयलानी को राजनितिक सूझ बूझ नहीं है| कुमार ने कहा है कि कालानी समर्थक भाजपा में शामिल हो रहे हैं और ओमी कहता है कि जिन लोगों को उन्होंने छोड़ दिया उन्हें भाजपा अपनी नाव में सवार कर रही है| बहरहाल भाजपा आलाकमान फ़िलहाल चुप्पी साधे बैठी है| देखना है निकट भविष्य में क्या होता है|
Post a Comment